October 13th 2011

बाबाके द्वार

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ताः१३/१०/२०११             प्रदीप ब्रह्मभट्ट

बाबा में तेरे द्वार पे आया,प्रेम तुम्हारा पानेको
सच्चेदीलसे सांइ जपके,मुक्ति मागने आया हु
ओबाबा मेरे,ओभोलेसांइ,भक्तिप्रेम मैं लाया हु
.                        ………….बाबा में तेरे द्वार पे आया.
सांइ सांइकी माला जपके,प्यार तुम्हारा पाना है
उज्वलजीवन पाके मुझको मोहमायासे जाना है
.                        ………….बाबा में तेरे द्वार पे आया.
भक्तिकीर्तन करके बाबा,कृपाकी आश रखता हु
आओ बाबा मेरेघरमें,मुझे पवित्र जीवन जीना है
.                          …………बाबा में तेरे द्वार पे आया.
सुरजकीकीरणोमें बाबा,मुझे आपकादर्शन करना है
आकर जीवनकी राहमें,मुझे प्यार आपका पाना है
.                          …………बाबा में तेरे द्वार पे आया.
तन मीलाहै आपकी कृपासे,जन्मसफळ करना है
मनको देकर राह भक्तिकी,पावन जीवन जीना है
.                          …………बाबा में तेरे द्वार पे आया.
श्रध्धा और विश्वाससे बाबा,प्रदीप भक्ति करता है
तनमनकी शांन्ति पाकर,जन्म सफल ये करना है
.                           ………..बाबा में तेरे द्वार पे आया.

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