रामनामसे खुशहाल
रामनामसे खुशहाल
ताः१५/११/२००८ प्रदीप ब्रह्मभट्ट
रामनामको जपके मैतो, हो गया जीवनमें खुशहाल
अनंत आनंद पाकर मेंने, पाइ है दुनीयासे मुश्कान
………रामनामको जपके मेंतो.
पाकर मेंने मानव जन्म,पाइ मेंने प्रभु रामकी कृपा
जन्म सफळ करनेके खातीर, भजनमें प्रीत लगाइ
रामनामकी माला जपते मेंने, दीलमें है शांन्ति पाइ
आगमन अंत दीपेगा जगमें, ना व्याघी अंतमे आइ
………रामनामको जपके मेंतो.
आइ है महेंक जीवनमें,जीसकी ना है कोइ मिशाल
मेरा तेरा ना रहा जगतमें, ना दीखे कहीं कोइ गैर
आज मिला है पावनजीवन, जीसमें नहींकीसीसे बैर
ना और कोइ अभिळाषा जो जीवनमें यहां ना पाइ
………रामनामको जपके मेंतो.
जलारामकी ज्योत जली और सांइबाबा का स्मरण
भक्त जगतके है निराले, जिसकी ना है कोइमिशाल
साथ चले संसारके जिसमें भक्तिका किया सन्मान
नामाया नाकोइ मोह रहा, जहां प्रभुने राह दिखाइ
………रामनामको जपके मेंतो.
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