मेरा प्यारा हिन्दुस्तान.
…………………..मेरा प्यारा हिन्दुस्तान.
ताः२१/११/१९९७………………………………प्रदीप ब्रह्मभट्ट
प्यारा हिन्दुस्तान , हमको प्यारा हिन्दुस्तान
हम जीनको कहते है भारत, वो हैअपनी शान
………………………………..हमको प्यारा हिन्दुस्तान..(२)
जनमलीया है जीस धरतीपर है वो बडी महान
अमर कहानी उसकी है, जीनकी है हम संतान
…………………………………हमको प्यारा हिन्दुस्तान..(२)
वतनहमारा हमकोप्यारा,पुरा हमको है विश्वास
गंगा जमना उसकी नदीयॉ पावन है निश्काम
…………………………………हमको प्यारा हिन्दुस्तान..(२)
सदाचारकी नदीयॉ बहेती,प्यार सदा स्वीकार
हमतो अपनी मातृभुमीके, सदा र्हे न्योछावर
…………………………………हमको प्यारा हिन्दुस्तान..(२)
अपनी भाषा अपनी गाथा, जगमे कहीं नहीं
सच्चाइके बंधनपे हमकरदे जीवनका बलीदान
…………………………………हमको प्यारा हिन्दुस्तान..(२)
अमर कहानी अमर वीरोकी,है अपना इतिहास
कुरबानी की एक राह पर, देदी अपनी जान
…………………………………हमको प्यारा हिन्दुस्तान..(२)
पावन उसकी नदीयॉ है और पावन है अवतार
पाया हमने मानवतासे सच्चा प्यार मॉका वहॉ
………………………………..हमको प्यारा हिन्दुस्तान..(२)
दीप बनके राह दीखाये,’परदीप’अपनी शान
सच्चे राही बनके देशकी,आज बढायेगे शान
………………………………..हमको प्यारा हिन्दुस्तान..(२)
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