भारतमाता..
भारतमाता
प्रदीप ब्रह्मभट्ट
मेरी जन्मभुमि है महान,लेके आया मै उपहार;
जीस धरतीसे पाई मैने, बहादुरीसी शान,
वो है आज महान मेरी जन्मभुमि है महान.
यहॉ खेतोमें हरीयाली और अन्नदान है घरघरमे
प्यासा आके प्यास बुझाले ओर करदे दीलके दान
उसे करना है महान मेरी जन्मभुमि है महान.
वीरोसे ये धरतीकी गोद है रंगी,चुनरी जैसी लाल
बापु,नहेरु,सरदार,शास्त्रीके जीवनने पाइ है महानता
उसे करना है महान मेरी जन्मभुमि है महान.
शान्ती नारा नहेरुजीका,अमन उनकी शान थी
किसान प्यारा शास्त्रीजीको हैजो देशकी महान पुकार
उसे करना है महान मेरी जन्मभुमि है महान.
अपना नारा अबतो होगा जय जय हिन्दुस्तान
प्यार बढाये नफरत फेंके दीलसे गले मिले अपनोसे
उसे करना है महान मेरी जन्मभुमि है महान.
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