April 29th 2011

प्रभु स्मरण

                  प्रभु स्मरण

ताः२९/४/२०११              प्रदीप ब्रह्मभट्ट

रामनाम का रटण तु करले,भक्ति भावके साथ
उज्वळ तेरा जीवन करने,प्रभु स्मरण कर आज
                  …………रामनाम का रटण तु करले.
मनमें श्रध्धा भावसे रखके,जा नित्य प्रभुकेद्वार
मिल जाये दया संतकी,तेराजन्म सफळ होजाय
प्रभुरामके नामसे ही होगा,संत जलासांइका साथ
निर्मल जीवन हो जायेगा,मील जाये सुख अपार
                  …………रामनाम का रटण तु करले.
श्रध्धा प्रेमकी लकीर न्यारी,मील जायेगा सहवास
आकर पाना प्रेमप्रभुका,हो जाये उज्वळ ये संसार
मुक्तिदेहसे मीलजाये,छुटजाये जन्ममरणका ताल
आकरद्वार प्रभु खडे रहेगें,मागने जीवनका संगाथ
                   ………….रामनाम का रटण तु करले.

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