November 17th 2012

भाई भाई

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.                     भाई भाई

ताः१७/११/२०१२               प्रदीप ब्रह्मभट्ट

ना मैं हिन्दु ना मैं मुस्लीम,ना मै शीख और इसाई
मानवताके संग रहनेसे,होजायेंगे हमसब भाई भाई
ऐसे संत जगतमें है, शेरडीके बाबा सांई बाबा सांई
……………..मेरे शेरडीके बाबा सांई,मेरे प्यारे बाबा सांई.
अल्ला इश्वर एक है समझाके,सुखकी  राह दिखाई
प्रेमप्रेमकी ज्योतजळाके,जीवको उज्वल राहबताई
मोहमायाका त्याग करके जीवनमें,प्रभुप्रीत जगाई
शीतळ स्नेहकी ज्योत प्रगटाके,मानवता महेंकाई
.                              …………………ऐसे संत जगतमें है.
जन्ममृत्युका संबंधसमजाके,जीवकीज्योत जगाई
तेरामेरा नासंग कभी आता,कर्मबंधन है अविनाशी
धर्म कर्मका बंधन है जीवको,ना मानवी अधिकारी
श्रध्धासबुरी साथरहेती,ना मोहमायाकी कोइ लोटी
.                             ………………….ऐसे संत जगतमें है.

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