प्यारा मेरा भाइ
प्यारा मेरा भाइताः ६-८-२००८ प्रदीप ब्रह्मभट्ट
बहेनका प्यार छुप नहीं सकता, जब भैया घरपे आये
प्यारसे बहेना राह देखती, जब राखी का दिन आये
ऐसा प्यारा ये त्योहार,जो सालमे आता है एक बार.
बचपनमें जब सामने आते, रहेता मुंहपे बडा रुआब
शादीके बंधन में जब बंधे, तबसे भैया बने महान
येतो था मेरी भाभीका कमाल जो है बडी दीलदार.
भैयाकी आंखोमे था पानी,जब बहेनाकी सजीथी डोली
आंख ऐसी भरीथी उनकी नजर मुझे देख पाइ
वैसा मेरे प्यारे भैया, राखीके दीन घर मेरे आये.
सालमे आता एकबार वो दीन, जब बहेना रो पडती
भैयाको देखके बहेनाको माबापकी याद लेआती
प्यारा रक्षाबंधनका त्योहार भैयाको घर ले आये.
देख रही है बहेना अपने बडे भैयाको बार बार
माबापकी मैने भावना देखी,भाइका प्यार महान
जीसके आनेसे मेरे घरमें आती हमेशा उजास.
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