जीवके अरमान
. जीवके अरमान
ताः२८/१/२०१४ प्रदीप ब्रह्मभट्ट
मेरे दीलमे है अरमान,में पाउ जीवनमे सन्मान
करु जीवनमे ऐसा काम,प्रभु क्रुपा करे बलवान
. …………..मेरे दीलमे है अरमान.
निर्मल राह मीले जीवको,हो जीवन दुःखसे पार
रहेम सांइबाबाकी मीले,और क्रुपा करे जलाराम
भक्तिके संग जीवनचले,हो जाये सुखीये संसार
मोहमायाको दुर फेंक के,खुल जाये मुक्तिद्वार
. …………….मेरे दीलमे है अरमान.
मिला देह मानवका जीवको,येहै जीवकी ज्योत
श्रध्धाके संग ज्योतको रखके,जीवको देदो मोक्ष
सच्चे प्रेमसे भक्तिकरके,लेलो प्रभु क्रुपाही एक
मुक्ति मार्गका द्वार खोलने,वंदन करो अनेक
. ……………..मेरे दीलमे है अरमान.
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