January 28th 2021

. .मेरे सांईबाबा
ताः२८/१/२०२१ प्रदीप ब्रह्मभट्ट
शेरडीवाले मेरे सांईबाबा,जगतमें भक्तोके दुःख प्रेमसे हरते है
पावनराहकी केडीमीली भक्तीसे,जीवनमें शांंतिभी मीलजाती है
....पवित्रप्रेमका सागर मीला भक्तिसे,जो बाबाके आशिर्वादसे मील गया.
समयके साथ हम जहां चलतॅ है,वहां जीवनमे क्रुपा मीलती हे
अनंतप्रेमकी क्रुपा मीली श्रध्धासे,जो आशिर्वादसे मील जाती है
भोलेनाथकी पावनक्रुपा हुइ,जो शेरडीमे संत सांइबाबासे आगये
द्वारकामाईका साथ मीला बाबाको,जो पवित्र धरतीभी कर गये
....पवित्रप्रेमका सागर मीला भक्तिसे,जो बाबाके आशिर्वादसे मील गया.
ॐ श्री सांइनाथाय नमः के स्मरणसे,शेरडीसेक्रुपा मील जातीहै
जन्ममरणका संबंध रहेता है जीवको,जो मानव देहका कर्म है
मळेल मानवदेहको ना नातजात अडे,जो मानवता महेंकाती है
श्रध्धा और सबुरीका संबंध देहको,जो बाबाने पावन कर दीया
....पवित्रप्रेमका सागर मीला भक्तिसे,जो बाबाके आशिर्वादसे मील गया.
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