रटण और स्मरण
. रटण और स्मरण
ताः१६/१०/२०११ प्रदीप ब्रह्मभट्ट
सांइ सांइ के रटण स्मरणसे,मनको शांन्ति मीलती है
पावनकर्म देकर जीवनमें,सांइ जन्मसफल ये करते है
. …………….सांइ सांइ के रटण स्मरणसे.
निर्धनको धनवान बनाके,जीवनमें सुखशांन्ति वो देते है
श्रध्द्धा और विश्वास रखनेसे,सब काम सफल कर देते है
ना मोहमाया का कोइ साथ रहे,ना जीवनमें रहे कोइ माग
कृपा मीले जहां बाबाकी प्रेमसे,उज्वळ जन्म येहो जाता है
. …………..सांइ सांइ के रटण स्मरणसे.
सदा साथमें रहेते है,जहां प्रेमभावसे मनसे भक्ति होती है
आधीव्याधी भी दुररहेती है,जहां बाबाकी प्रेमद्रष्टि पडती है
अल्ला इश्वर भी एक ही लगते,जहां श्रध्धा सबुरी रहेती है
हरपल रटण और स्मरणसे बाबाकी, सदा कृपा भी होती है.
. …………..सांइ सांइ के रटण स्मरणसे.
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