सफळताका द्वार
. सफळताका द्वार
ताः१०/१०/२०१२ प्रदीप ब्रह्मभट्ट
करना ऐसा काम जीवनमें,बुराना हो जीसमें नाम
प्रेमभावनासंग रखनेसे,सफळताके खुलजाये द्वार
. …………………करना ऐसा काम जीवनमें.
अनेक राहे मिलती जीवको,संभलके राह पकडना एक
संग मीलेगा संगाथीयोका,वर्हा रहेगा तेरा जीवन नेक
. ………………..करना ऐसा काम जीवनमें.
सुखदुःख है संसारकी झंझट,ना छुट पाया जगमे जीत
प्रेमभावकी केडी निखालस,मिल जायेगी सच्ची प्रीत
. …………………करना ऐसा काम जीवनमें.
अंतरमें अभीलाषा रखके,ना काम कोइ पहोंचेगा छेक
उज्वलताकी राह मिल जायेगी,जहां होती एक ही टेक
. …………………करना ऐसा काम जीवनमें.
महेनतकासंग रखके जीवनमें,उज्वळ होते काम अनेक
ना आशा ना अपेक्षा रहेगी,मिल जाती जहां सीध्धी एक
. …………………..करना ऐसा काम जीवनमें.
मन वचन और कर्मका बंधनतो ,रहेता देहके संग जरूर
भक्ति प्रेमकी केडी पकडके,सब रहेता जीवकी राहसे दुर
. ………………….करना ऐसा काम जीवनमें.
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