मेरे भोलेबाबा
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. .मेरे भोलेबाबा ताः३/५/२०२१ प्रदीप ब्रह्मभट्ट परमात्माका प्रेम मीला मुझे जीवनमे,जो परमक्रुपाका अनुभव होगया है मेरे परमक्रुपाळु श्री शंकर भगवान है,जो दर्शन करनेसे मील जाता है ...येही परम क्रुपाळु भगवान है,जीसे जीवनमें श्रध्धासे पुंजन करनेसे क्रुपा मीलती है भोलेनाथके नामसे पुंजन करनेसे,जीवके देहपर सुखकाप्रेम हो जाता है मानवदेहको ना कोई अपेक्षा रही,और ना कोइ मोहमाया मील जाती है येही क्रुपा है मेरे प्यारे भोलेनाथकी,संगे माता पार्वतीकी क्रुपा मीलती है समयके संग चलनेसे क्रुपा मील जाती है,ना कोइज अपेक्षा रहे जाती है ...येही परम क्रुपाळु भगवान है,जीसे जीवनमें श्रध्धासे पुंजन करनेसे क्रुपा मीलती है शंकर भगवान शक्तिशाळी है,जो भारतमें पवित्रगंगा नदी वहाती करदी है पवित्रनदी है जीसका पानी पीनेशे,जीवको जन्ममरणसे मुक्ति मीलजाती है पावनक्रुपासे मानवदेहके जीवको शांंति मीलती है,जो पवित्रकर्म कराती है भारतदेशको पवित्र कीया भोलेनाथने,जगतमें ना कोइज देहकी ताकात है ...येही परम क्रुपाळु भगवान है,जीसे जीवनमें श्रध्धासे पुंजन करनेसे क्रुपा मीलती है =================================================================